झारखंड भाजपा ने वर्तमान सांसद जयंत सिन्हा को ‘कारण बताओ नोटिस’ किया है जारी । प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू ने उन्हें पत्र लिखकर पूछा है कि क्या वे चुनाव में सक्रिय नहीं रहे और उन्होंने वोट नहीं डाला। जयंत सिन्हा हजारीबाग से सांसद हैं और उन्होंने 2014 और 2019 में चुनाव जीता है।
रांची। मतदान के दौरान गायब रहने पर पार्टी ने वर्तमान सांसद जयंत सिन्हा से स्पष्टीकरण मांगा है। प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू ने उन्हें पत्र लिखकर कहा कि मताधिकारी का प्रयोग न करने से पार्टी की छवि पर असर हुआ है।
साथ ही, पत्र में कहा गया है कि मनीष जायसवाल के नाम के घोषणा के बाद से उन्होंने चुनाव और संगठनात्मक कार्यों में कोई रूचि नहीं ली, और उनसे दो दिनों के अंदर जवाब देने को कहा गया है।
जयंत सिन्हा हजारीबाग से हैं सांसद और 2014 और 2019 में इस सीट से जीत चुके हैं चुनाव। उन्होंने केंद्र सरकार में नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री की जिम्मेदारी भी संभाली है।
खरगे की रैली में दिखे जंयत के बेटे
हाल ही में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र में चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने इंडी गठबंधन के प्रत्याशी जयप्रकाश भाई पटेल के पक्ष में सभा की।
इस सभा में जयंत सिन्हा के बेटे आशीर सिन्हा भी मंच पर थे। उन्होंने कांग्रेस का समर्थन किया और सियासी हलचल में उन्हें भी देखा गया।
नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद जयंत सिन्हा के सोमवार को कथित रूप से वोट नहीं डालने पर भाजपा ने उनके खिलाफ कदम उठाया है। पार्टी ने सिन्हा को, जिसमें दावा किया गया है कि मनीष जायसवाल को झारखंड की हजारीबाग सीट से उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद से वह “संगठनात्मक कार्यों और चुनाव प्रचार” में हिस्सा नहीं लेंगे। सिन्हा इस हाई-प्रोफाइल सीट से सांसद हैं और उन्होंने मार्च में लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने की की है इच्छा व्यक्त।
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