स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत आयुष निदेशालय में लैपटॉप की खरीद में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। इसमें कई अधिकारियों के खिलाफ गंभीर आरोप उठाए गए हैं। आयोग ने अधिकारियों से जवाब मांगा है, और जवाब न मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में जांच के लिए कैद में दर्ज किया गया है, और गलती साबित होने पर कठोर कार्रवाई होगी।
लैपटॉप खरीदने में भ्रष्टाचार का मामला
निदेशालय में लैपटॉप खरीदने के मामले में अधिकारियों ने बड़ी धांधली की है। उन्होंने मनपसंद कंपनी से लैपटॉप खरीदने के लिए कागजात में हेराफेरी की। आयुष निदेशालय में हुए घोटाले की जांच के लिए विभागीय संयुक्त सचिव विद्यानंद शर्मा पंकज को नियुक्त किया गया था। जांच कमेटी ने माना कि वर्तमान निदेशक डा. फजलुस शमी, राज्य कार्यक्रम प्रबंधक विमल केशरी और नोडल अफसर राहुल कुमार के साथ एक और व्यक्ति ने गड़बड़ी की है।
संबंधित आदेश की कॉपी भी फाइल में नहीं रखी गई
निविदा समिति की मीटिंग सात अक्टूबर 2022 को हुई थी। इस बैठक में, नेटकाम इंफोटेक को चयनित किया गया, जबकि नोरा फोटोलैब भी टेंडर की शर्तों को पूरा कर रहा था। इस बैठक की कार्रवाही को छिपाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया।
फिर, दो नवंबर को टेंडर समिति की मीटिंग में, श्याम इंफोटेक को न्यूनतम (एल-1) माना गया और उसे 263 लैपटॉप की आपूर्ति का आदेश दिया गया। इस कार्रवाही को भी छिपाया गया और उच्चाधिकारियों को सूचित नहीं किया गया।
जांच समिति का मानना है कि सारी प्रक्रिया में एक षडयंत्र रचा गया है। चौंकानेवाली बात यह है कि फाइल में लैपटॉप के कार्यादेश को संधारित नहीं किया गया है |
अधिकारियों ने फाइल में लगे दस्तावेजों को भी बदल दिया
नये 263 सीएचओ को लैपटॉप देने की योजना बनाई गई थी। हर लैपटॉप की 35 हजार की कीमत थी जो सरकार ने स्वीकृत की थी। इस लैपटॉप की खरीद की प्रक्रिया 15 अगस्त 2022 को जेम पोर्टल पर शुरू हुई थी। 12 कंपनियों ने टेंडर में भाग लिया, लेकिन किसी भी कंपनी को टेंडर में सफलता नहीं मिली। इसके बाद निविदा समिति ने टेंडर रद करने का निर्णय लिया। इसके बाद से आरोपित अधिकारियों ने खेल शुरू किया।
जांच समिति ने खोजा कि आरोपित लोगों ने इसे बदल दिया। फिर उन्होंने सोची समझी षड्यंत्र का चलाकर नोडल पदाधिकारी को गुमराह किया और राज्य कार्यक्रम प्रबंधक विमल केशरी ने फाइल में जोड़वाई और राहुल कुमार ने फिर से निविदा समिति की बैठक बुलाने का आदेश निदेशक से मांग लिया।निविदा समिति की फिर हुई बैठक में आश्चर्यजनक रूप से दो तीन कंपनियों श्याम इंफोटेक, नोरा फोटोलैब और अबिरोद्दय टेक्नोलॉजी को चयनित किया गया। इस बैठक में वित्त विभाग के प्रतिनिधि अनुपस्थित थे।
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