मात्र दो दिन में करना होगा दो लाख टन कोयले का उत्पादन

Kumar Anil
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सीसीएल बीएंडके अधिकतम कोयला उत्पादन करने का लक्ष्य
बहुत ही करीब पहुंच गया है | सीसीएल मुख्यालय से बीएंडके एरिया को 90 लाख टन कोयला उत्पादन करने के लिए चालू वित्तीय वर्ष 2023-2024 में लक्ष्य दिया गया था | लेकिन बीएंडके प्रबंधन की और से यह कमिंटमेंट दिया गया की कोयला उत्पादन के लिए 70 लाख टन किया जाय | अगले दो दिनों में यानि 31 मार्च तक बाकि बचे 2 लाख टन कोयला उत्पादन करने का जो लक्ष्य था उसे पूरा करने की पुरजोर कोशिश की जा रही है |

यह बताया जा रहा है की सीसीएल बीएंडके एरिया कारो ,खासमहल की शिफ्टिंग की समस्याओं से जूझ रहा है | खासमहल व कारो परियोजना से निकट दरगाह मोहल्ला व बरवाबेड़ा कारो बस्ति का पुनर्वास नहीं होने के कारन खदानो का विस्तार करने की समस्या बनती ही जा रही है जिससे प्रबंधन को कोयला उत्पादन करने में काफी समस्याओं का सामना करना पड रहा है | आजकल अनेक स्थानीय विस्थापितों ने समय समय पर अपने अधिकार की मांग को लेकर खदानों को बंद करने की पुरजोर कोशिश की जिसके चलते उत्पादकता में भारी गिरावट आयी है |

आइये जाने किस परियोजना ने कितना उत्पादन किया

सीसीएल बीएंडके की कारो परियोजना ने चालु वित्तीय वर्ष 2023-2024 में गंभीर परिस्थितयो के बीच मात्र 12लाख 50हजार टन ही कोयला उत्पादन की गयी| जबकि सीसीएल मुख्यालय से 23लाख टन कोयला उत्पादन करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया| वहीं ओबी कोयला उत्पादन 25लाख टन के स्थान पर 5 लाख टन निस्तारण किया गया |

सीसीएल मुख्यालय से खासमहल परियोजना को कोयला उत्पादन के लिए चालु वित्तीय वर्ष में 65 लाख टन उत्पादन करने का लक्ष्य दिया गया था लेकिन जिसमे से अबतक मात्र 52 लाख 30 हजार टन ही उत्पादन किया गया है | वहीं ओबी 80लाख टन की स्थान पर 62 लाख 12 हजार टन निस्तारण किया |

चालु वित्तीय वर्ष में बोकारो कोलियरी को चालु वित्तीय वर्ष में कोयला उत्पादन करने का लक्ष्य 3लाख टन दिया गया था ,जिसके चलते परियोजना 3लाख 17हजार टन कोयला उत्पादन कर लक्ष्य को प्राप्त किया | जबकि ओबी 5लाख की स्थान पर 4लाख टन निस्तारण किया | बारिश होने के कारण थोड़ी बहुत कोयला उत्पादन में कमी अवश्य आयी है |

आइये जाने शिफ्टिंग व पर्यावरण क्लीयरेंस के कारण कोयला उत्पादन में पड़ा असर

जीएम एसओ माइनिंग केडी प्रसाद ने यह कहा की माइंस के विस्तार के लिए आसपास की आबादी की शिफ्टिंग नहीं हो पाना और पर्यावरण क्लीरेंस नहीं मिल पाने से लक्ष्य की अपेक्षा कोयला उत्पादन में कमी होने का कारण बन गया है | शिफ्टिंग करने और पर्यावरण क्लीयरेंस हासिल करने के लिए एक दिशा की और पहल की जा रही है |

यह कहा गया कि कारो परियोजना प्रभावित कारो बस्ती के विस्थापित को करगली गेट सलैरी पौंड आरआर साइड में जल्द ही शिफ्टिंग कराई जायेगी जिससे आरआर साइड में विकास का काम चालु कर दिया गया है | और जल्द ही कारो बस्ती के रैयत विस्थापित को सभी मूलभूत सुविधाओं के साथ पुनर्वासित किया जायेगा |

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