Nicky Yadav
अयोध्या के भगवान श्री राम की मूर्ति को देखकर अगर आपके मन में भी यह सवाल उठ रहा है कि आखिर भगवान श्री राम की मूर्ति काली क्यों है।
क्या भगवान श्री राम काले थे, अगर नहीं तो मूर्ति को काली क्यों बनाया गया।
देखिए भगवान श्रीराम की ये मूर्ति नली करू पत्थर से बनाई गई है जिसे मैसूर से लाया गया था।
इस पत्थर के कमाल के गुण धर्मों की वजह से दक्षिण भारत के ज्यादातर मंदिरों में इसी पत्थर की मूर्ति बनाई जाती है।
काले रंग के होने की वजह से पत्थर को कृष्ण शीला भी कहा जाता है।
इस पत्थर की सबसे खास बात यह है कि यह पत्थर किसी भी केमिकल से रिएक्ट नहीं करता।
ऐसे में जब भी मूर्ति को चंदन लगाया जाएगा या फिर पंचामृत से अभिषेक किया जाएगा तो इसका मूर्ति पर कोई भी असर नहीं पड़ेगा।
इससे यह मूर्ति हजारों सालों तक जैसी है वैसी ही रहेगी।
इसके अलावा वाल्मीकि रामायण में यह भी लिखा गया है कि भगवान श्री राम शामल यानी कि सांवले रंग के थे।