चंद्रपुरा। रांची से आई पुलिस टीम ने तीन दिन पहले दुगदा रेलवे स्थान पर छापेमारी की थी। इस दौरान वहां पर एक संगठित गिरोह द्वारा किए जा रहे अवैध कोयले के कारोबार का पता चला। पुलिस ने दुगदा थाने में मामला दर्ज किया है। जारी जानकारी के मुताबिक, कोयले को अच्छे गुणवत्ता का दिखाकर प्लांट में भेजा जा रहा है, परंतु इसमें चारकोल मिलाकर उसकी गुणवत्ता कम हो रही है। इसके अलावा, कंपनी के साथ ठगी भी हो रही है। यह सब सरकार को नुकसान पहुंचा रहा है। इसके बारे में जानकारी लेने के लिए पुलिस ने केस दर्ज किया है।
दुगदा में पहले हुआ था ऐसा:
21 फरवरी 2020 को रात के समय, दुगदा पुलिस ने दुगदा साइडिंग से चारकोल (कोल डस्ट) लदे पांच हाइवा को बंद किया था। चारकोल को अच्छे कोयले में मिलाकर पावर प्लांटों में भेजने की योजना सामने आई थी। कई लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था, जिसमें डिपो के संचालक अशोक भी शामिल थे।
पुलिस ने खुलासा किया कि अशोक अपने डिपो में बाहर से चारकोल लाते और उसे अच्छे कोयले में मिलाकर पावर प्लांटों को भेजते थे। वहीं, उच्च क्वालिटी के कोयले को अवैध रूप से बनारस की कोयला मंडियों में भेजकर मोटी कमाई करते थे। दुगदा थाना के तत्कालीन प्रभारी जीत मोहन स्वांसी ने इस मामले में केस दर्ज किया था।
यह भी पढ़े:
- 99.92 परसेंटेज के साथ रचित बना स्कूल टोपर
- तीन संचालको के मकड़जालो में फंस गयी खुंटरी जलापूर्ति योजना
- बरमसिया चेकनाका में वाहन से 5.70 लाख रुपये हुवे बरामद, जाने किसका है सारा पैसा
- इंटर में, बेरमो के छात्रों ने किया शानदार प्रदर्शन
- 2024 का लोकसभा चुनाव: जयराम महतो के नामांकन देने के बाद, रांची पुलिस ने किया गिरफ्तार