झारखंड में इस साल विकास संबंधी कामकाज लगभग ठप रहेंगे क्योंकि 6-7 महीने तक आचार संहिता का प्रभाव रहेगा। लोकसभा चुनाव के बाद कोई काम नहीं हो रहा है। अब पंचायत और नगर निकाय और विधानसभा का चुनाव होना है, जिसमें भी आचार संहिता का प्रभाव रहेगा। आचार संहिता का प्रभाव साल के छह से सात महीने तक होगा।
रांची। Jharkhand News: चालू वित्तीय वर्ष में झारखंड में कुल मिलाकर विकास कार्यों के लिए 6 से 7 महीने का ही समय मिलेगा। इसका मुख्य कारण है कि विभिन्न चुनावों के कारण आचार संहिता का प्रभाव होने से विकास कार्य प्रभावित होंगे।
आचार संहिता एक बार फिर होगी प्रभावी
पहले लोकसभा चुनाव के बाद दो महीने से कोई काम नहीं हो रहा है। अब कुछ दिनों बाद पंचायती राज के तहत पंचायतों और नगर निकायों के चुनाव की तैयारी चल रही है।
यदि ये चुनाव हो गए, तो कम से कम दो महीने तक आचार संहिता का असर रहेगा। साल के अंत तक विधानसभा चुनाव भी होने वाले हैं, और इस कारण एक बार फिर से आचार संहिता प्रभावी होगी।
विकास कार्य के लिए पैसे सरकारी खजाने में जमा किए जाएंगे
तीन-तीन चुनावों के कारण आचार संहिता का प्रभाव साल के छह से सात महीने तक रहेगा। इससे सरकारी एजेंसियों को विकास कार्यों के लिए कम समय मिल रहा है। दूसरी ओर, विकास कार्यों के न होने से सरकारी खजाने में पैसे जमा होते जा रहे हैं। अगले वर्ष यह राशि सरकार के काम में लाई जाएगी।
क्या है ये आचार संहिता
चुनाव आयोग स्वतंत्रता और निष्पक्षता से चुनाव कराने के लिए कुछ नियम बनाता है, जिन्हें आचार संहिता कहा जाता है। ये नियम लोकसभा और विधानसभा चुनावों में सभी राजनीतिक दलों और नेताओं को पालन करना होता है। चुनाव आयोग द्वारा तारीखों की घोषणा के बाद से ही आचार संहिता लागू होती है और चुनाव पूरी होने तक यह लागू रहती है।
यह भी पढ़े:
- धनबाद का गौरव: फ्रांस लोकतंत्र के उत्सव में भाग लेने आई 18 साल की विद्यार्थिनी
- झारखंड चुनाव 2024: क्या कल भी बारिश होगी? बदलते मौसम में पोलिंग पार्टियों को जल्दी बूथ पहुँचने के निर्देश
- झारखंड समाचार: जेल में कैदी की हार्ट अटैक से मौत, न्यायिक जांच के आदेश
- धनबाद लोकसभा की चंदनकियारी विधानसभा के मतदान केंद्रों पर अव्यवस्था, वोटर परेशान
- धनबाद के सभी मतदान केंद्रों पर पहुंचे चुनाव कर्मचारी