Nicky Yadav
इसका जवाब हर कोई अपने-अपने अनुभवों से देता है लेकिन यहां समझने वाली बात यह है कि महाभारत को एक वेद माना गया है।
कई घरों में सप्तशती रामायण और बाकी पुराण भी रखे जाते हैं और इन सभी में किसी ना किसी युद्ध का वर्णन किया गया है।
ऐसे में सिर्फ महाभारत की वजह से ही घर में लड़ाई होती है यह कहना गलत है।
रामायण इस बात पर जोर देती है कि जीवन में क्या करना चाहिए और महाभारत इस बात पर जोर देती है कि जीवन में क्या नहीं करना चाहिए।
इसलिए घरों में दोनों ही ग्रंथों का होना और उन्हें अपने बच्चों को पढ़ाना बहुत जरूरी है।
खास बात यह है कि हिंदुओं के किसी भी ग्रंथ में नहीं लिखा है कि महाभारत को घर में नहीं रखना चाहिए।
अगर ऐसा होता तो वेदव्यास जी इसे स्पष्ट कर देते
गुलामी के काल में हिंदुओं को उनके धर्म ग्रंथों भाषा और संस्कृति से दूर रखने के लिए कई तरह के दुष्प्रचार किए गए हैं।
जिसमें से एक यह भी है कि महाभारत को घर में नहीं रखना चाहिए और रामायण तो झूठ है।